“
वैसे तो उसके चाहने वाले बहुत हैं
पर वो सिर्फ मेरा दीदार करती है
वो चाहती तो मुझे छोड़कर जा सकती थी
वो तन्हाइयों में भी हर वक्त मेरे पास रहती थी
उसने मेरी सारी गलतियों को भुलाकर मुझे गले से लगाया
उसने अपने प्यार से बार बार मेरी खुशियों को सजाया
जो कभी प्यार के रिश्ते से अंजान थी
उस दिन उसी ने मुझे प्यार करना सिखाया
”