“
तू मुझे भूल जा
और मैं तुझे भूल जाऊं
तू कभी ना याद आना मुझे
मैं कभी ना याद आऊंगी तुझे
मेरी सांसे तेरे लब से यू रह गई प्यासी
तू ना समझ पाया मेरी नजरों को रही दूरियां तुझ में बाकी
आ जाओ तुम मेरे इतने पास हो जाऊं मुकम्मल में और मेरा हर एहसास
तू नहीं शामिल जहां मेरे यारा
क्या पता इतना मुझे तू मिलेगा कभी मुझे दोबारा
आई नहीं कोई हवा ऐसी जो तुझे छू कर
मुझ तक पहुंचे मेरे यारा
दूरियां है तो दूरियां
”