“
तु कुछ न बोले मैं समझ जाऊँ मुझे चोट लगे तुझे दर्द हो
तु खुश हो और मेरी आँखें छलकें
मेरे लिए तु दुनिया से लड़ जाए
चाहे कोई भी तुफान आ जाए
हमारी दोस्ती पर कोई आंच न आए।
ऐ दोस्त हमारी दोस्ती की कसम
तब तक दोस्ती निभाऊँगा
जब तक मेरी साँसें न हो जाए ख़त्म।
”