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ससुराल की तरफ से दुल्हन को चढ़ाया हुआ सोना स्त्री धन कहलाता है। लेकिन ससुराल की तरफ से दूल्हे को दी हुई सोने की चीज की भेंट पुरुष धन नहीं कहलाता है ! हद है यार दोगले पन की मतलब पुरुष की संपत्ति हड़पने के लिए स्त्री कुछ भी कह सकती है!!! यह बड़ी ही शर्मनाक कड़वी सच्चाई है हमारे समाज की । पता नहीं पीड़ित पुरुष वर्ग को कब इस से मुक्ति मिलेगी ।
कवि सुमित मानधना गौरव
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