“
'शब्द'!
यह 'शब्द' भी बड़े कमाल के होते हैं
कभी तीर से होते हैं, तो कभी ढाल से होते हैं
अर्थों को कुछ संभाले, कुछ बिखेरे होते हैं
सच पूछो तो हर सोच का आईना होता हैं
ज़रा संभल कर कहिए इसे जनाब
आप के यह 'तारीफ' होते हैं।
'शब्द' भी बड़े कमाल के होते हैं ।
यह 'शब्द' भी बड़े कमाल के होते हैं ।
”