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पर्यावरण बचाने के लिए बहुत से कर्त्तव्य पूरे कर दिखाना हैं
बढ़ते कदम विनाश के प्रकृति की और सहयोग से ही तो रुकवाना हैं।
"नीतू" की क़लम से इस प्यारे संदेश को जन- जन तक पहुँचाना हैं
पर्यावरण की देन *अन्न*-जल ,पेड़-पौधे तो हमारे जीवन जीने का दाना हैं।
नीतू राठौर नीतू
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