“
पर्दे में ही रहा करो,
ये पर्दा अब ना हटाना तुम
तेरे दीदार रही चाहत नहीं,
मेरे सामने अब ना आना तुम
ये दीवार जो खड़ी की है तुमने,
सुराक इसमें ना बनाना तुम
रहने दो खामोशी दरमियान,
वो लम्हे फिर ना दोहराना तुम
दिल की बातें दिल में ही रखना,
गलती से भी मुझे ना बताना तुम
पर्दे में ही रहा करो,
ये पर्दा अब ना हटाना तुम
Kumar Gaurav Vimal
”