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नई सुरूवात—
ज्यादा घबराया न कर तुझसे गलतियां भी होंगी और सभी लोग तुझे गलत भी ठहराएंगे। और ग़लत भी समझा जाएगा और यह "जिंदगी" है जनाब इतना डर डर कर चलेगा तो कभी नहीं आगे बढ़ पायेगा और यहां लोगों की फितरत ही हैं यहाँ सम्मान भी होगा और अपमान भी होगा तू यू न गलतियों से घबराया कर ।
यह हर पल सभी की जिन्दगी बदलती रहती हैं
”