STORYMIRROR

"मां" ममता...

"मां" ममता का अथाह सागर एवम निश्छल प्रेम की अविरल धारा, गोद है जिसकी स्वर्ग से सुंदर, हर जीव की वो रचती है काया, सबसे भाग्यशाली वो इंसान, जिसने मां का प्रेम है पाया।।। -तेजस्विनी कुमारी

By Tejaswini Kumari
 253


More hindi quote from Tejaswini Kumari
0 Likes   0 Comments
1 Likes   0 Comments
0 Likes   0 Comments
0 Likes   0 Comments
0 Likes   0 Comments