STORYMIRROR

किसी पागल...

किसी पागल कवि की कल्पना हों तुम खुद क़ो भूल जाऊ ओ नशा हों तुम अब होश ना आये बेहतर होगा सपना ही सही पर मेरे अपने हों तुम।

By HARISH KANDWAL
 27


More hindi quote from HARISH KANDWAL
0 Likes   0 Comments
0 Likes   0 Comments
0 Likes   0 Comments
0 Likes   0 Comments