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कहते हैं कि - भगवान श्री कृष्ण सुदामा जी के 'सच्चे मित्र' थे , लेकिन सच्चा मित्र तो वह होता है जो अपने मित्र की संकट के समय बिना मंगाए ही सहायता करता है! तो फिर कान्हा तुम सुदामा के घर क्यों नहीं गए उनकी मदद करने? सुदामा को ही तुम्हारे घर क्यों आना पड़ा.... लीलाधर ?
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