STORYMIRROR

जो हम पे...

जो हम पे गुज़री है, उसे किसने जाना है, होठों में हँसीं है और ग़मों का खजाना है। ✍️ संदीप बिष्ट "

By Sandeep bisht
 96


More hindi quote from Sandeep bisht
0 Likes   0 Comments