“
जन्म से पूर्व संसार होती है माँ
संगीत की दुनिया में वीणा की तार होती है माँ।
उंगली पकड़कर जहां से रूबरू कराती है
हर घर की आधार होती है माँ।
जीवन में अगर तूफान आ जाए ,
हर कश्ती की पतवार होती है माँ।
स्वयं को मिटा जो जीवन दे दे,
भगवान से भी श्रेष्ठ अवतार होती है माँ।
”