STORYMIRROR

हमनें...

हमनें भिन्न-भिन्न प्रकार की किताबें भी पढ़ी, पढ़ाई-लिखाई और पकवान बनाकर भी देखें। बस प्यार की ही किताबों को पढ़ना भूल गए, तभी तो बार-बार प्यार में धोखा ही खाते रहें।

By Sumit. Malhotra
 310


More hindi quote from Sumit. Malhotra
0 Likes   0 Comments
0 Likes   0 Comments
0 Likes   0 Comments
0 Likes   0 Comments
0 Likes   0 Comments