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गुरु की विशिष्टता आज मैंने जानी, जब जी भर पूरी हुई मेरी कहानी। ।।#गुरु की ऊर्जा सूर्य-सी....अम्बर-सा विस्तार, #गुरु की गरिमा से बड़ा....नहीं कहीं आकार, #गुरु का सद्सान्निध्य ही.....जग में हैं उपहार, #प्रस्तर को क्षण-क्षण गढ़े......मूरत हो तैयार।।। ...... 🙏......
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