“
एक अव्यक्त शक्ति,
माँ एक व्यक्त अभिव्यक्ति,
माँ ममता का स्वरूप,
माँ सहनशीलता का प्रकट रूप,
उदारता,, अपनत्व, करूणा,दया, स्नेह,समता समस्त मानवीय संवेदना, मानवीय मूल्यों का आधार,माँ का अक्षुण्ण प्यार, अकथनीय दुलार,साठ साल के बेटे को भी छै:साल का समझने का आंतरिक भाव- बोध, अपार है, संतान के लिए सदैव समर्पण ऐसा है माँ का मन
”