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ए ज़िंदगी, तू ही मेरी गुरु और शिक्षक रही, तूने ही बहुत कुछ सिखाया मुझे सही और गलत की पहचान सिखायी, मुझे बड़े सपने देखने और आकाश को चूमने का साहस दिया, वक्त, हालात और अनुभव भी मेरे प्रिय शिक्षक रहे, बाकी शिक्षकों ने सिर्फ किताबी ज्ञान दिया,जो काम न आया।
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