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चारों तरफ अजीब सा सन्नाटा छाया है
सब पर ना जाने क्यों करो ना का अज़ाब आया है
बे ताल्लुक सी हो गई है-- आबोहवा
हर एक इंसान एक दूसरे से सहमा हुआ नजर आया है
कुछ तो भूख से मर रहे हैं लोग
और किसी को कोरोना ने अपना बनाया है
ए खुदा रहम फरमा अपने बंदो पर
यह कौन सा आजाब हम पर आया है
पास आने से अब तो डरने लगे हैं लोग
ओ कोरोना तूने कैसा आहाकार मचाया है
खुदा बख्श दे हमारीजानो को अब तो
हमें अपना किया हुआ हर
”