“
आज भी कैद है मेरी पलकों में तेरी वो मुस्कान भरी पहली नज़र,
मेरी जिंदगी से जुड़ गया जो नाम तेरा मैं दुनिया से हो गया बेखबर,
तू ही आरजू मेरी तू ही जन्नत है तुझसे ही जुड़ गई अब मेरी किस्मत है,
सफ़र-ए-ज़िन्दगी में तेरा खूबसूरत साथ जो मिला ये ख़ुदा की नेमत है।
मिली साहा
”