Punjabi lyricist, Poet
Share with friendsSubmitted on 13 Mar, 2020 at 12:41 PM
जिन्दगी का सफर भी कितना अजीब है ना हमसफ़र तो हजारों हैं पर आखिरी स्टाॅप तक साथ पहुँचने वाला कोई नहीं है।। ✍️✍️Omdeep verma
Submitted on 12 Mar, 2020 at 09:56 AM
नींद को बेचा है हमने ख्वाब अधूरे रहने नहीं देंगे।। ✍️✍️Omdeep verma
Submitted on 11 Mar, 2020 at 10:34 AM
एक वक्त था हम जैसे बच्चे माँ के सीने से लिपटे रहते थे और आजकल के सिनेमा में माशूकाओं से चिपके रहते हैं 😂😂😂😂
Submitted on 10 Mar, 2020 at 02:43 AM
खामोश तेरे लबों के लिए मुस्कराहटों का तोहफ़ा लाया हूँ। सारी जिंदगी उतरे ना जो प्रेम रंग लगाने आया हूँ।। ✍️✍️Omdeep verma
Submitted on 09 Mar, 2020 at 02:16 AM
मेरा तो हर दिन होली हो जाता अगर तू अपनी रंग-बिरंगी दुनिया का एक रंग मुझे दे जाती।। ✍️✍️Omdeep verma
Submitted on 08 Mar, 2020 at 10:30 AM
मेरी पहचान मत पूछो मैं किसी की माँ किसी की बहन किसी की बीवी तो किसी की बेटी हूँ।। ✍️✍️Omdeep verma
Submitted on 21 Feb, 2020 at 12:19 PM
बस तेरे ही नशे में चूर हूँ भोले दुनियादारी से दूर हूँ भोले तेरा हाथ है सिर पर मेरे इसीलिए थोड़ा मगरूर हूँ भोले।। ✍️✍️Omdeep verma
Submitted on 12 Feb, 2020 at 08:56 AM
शायद वो कोई और ही था जो मुझे छोड़कर चला गया मेरा यार तो एक पल की भी दूरी सह नहीं सकता था । ✍️✍️Omdeep verma
Submitted on 10 Feb, 2020 at 08:26 AM
क्यों सौदा दिल का करने पर तुले हो तुम कीमत नहीं चुका पाओगे मेरे जज्बातों की।। ✍️✍️Omdeep verma
Submitted on 07 Feb, 2020 at 19:30 PM
कहाँ जरुरत उसे गुलाब की खुद में महक ऐसी है कि फूल उस से जवानी मांगने आते हैं।। ✍️✍️Omdeep verma
Submitted on 07 Feb, 2020 at 19:19 PM
जिसमें एक -एक लफ्ज छाप दिया हमने उनका उसे वो चंद पन्नों की डायरी समझ बैठे हमने कुछ इस तरह किया इजहार मौहब्बत का और वो कमब्खत उसे शायरी समझ बैठे।। ✍️✍️Omdeep verma
Submitted on 30 Jun, 2019 at 17:54 PM
कमबख़्त उसकी तस्वीर भी हमेशा शराब की बोतल में ही दिखती है काश ! कभी जहर की बोतल में दिख जाए ।।
Submitted on 27 Jun, 2019 at 10:41 AM
होता नहीं आसान कामयाबी का परचम लहराना कितनी रातें जागना पड़ता है एक सपने को पुरा करने के लिए ✍️Omdeep verma