अपने अंदर की खुशी और दर्द को महसूस करो तो सही, उसे कागज पर उतारकर एकबार लिखो तो सही, देखना आसान हो जाएगा दिल की बाते किसी से कहना, मुश्किल नहीं कवि बनकर कविता लिखना!.
क्यों,?किसलिए,?में ही क्यों?. ये सब सोचकर क्या पा लिया तूने? हो जाएगी जिंदगी की हर राह आसान अगर हर राह पर दिल को समझाकर ख़ुशी से कदम रख लिया तूने
बात नहीं की तो मत समझो की घमण्ड हे ये मेरा इतना समझ लो की किसी को दिल में अगर बिठाया तो किसी का दिल से निकलने का डर हे ये मेरा