मां
मां सृष्टि में सब जीवों की होती भाग्य विधाता ।
मां सा सुन्दर सुखद मनोरम नहीं कोई है नाता ।।
कष्टों में जब घिरते सुत तो मां ही देती उन्हें सहारा ।
हर माता का पुत्र उसे होता है प्राणों से प्यारा ।।
दुख कष्टों से बचा के सन्तति अपना फर्ज निभाती ।
आंचल की छाया में अपनें चलना है हमें सिखाती ।।
नन्द कुमार
मो0 -भगवन्तपुर , पाली जिला-हरदोई
जीवन में हरदम तेरा साथ हो ,
खुशियों की हरपल बरसात हो ।
तुम हमारे लिए हम तुम्हारे लिए,
वक्त कैसा भी हो हाथ में हाथ हो।।
विघ्न बाधा मुसीबत हों लाखों मगर ,
प्रेम से मिल के उनको मिटाते रहें ।
तेरे विन कुछ न हसरत ह्रदय में रहे ,
हाथ में हाथ ले यूं ही चलते रहें ।।
नन्द कुमार
मो0 -भगवन्तपुर ,पोस्ट-पाली,
आज के दौर जो कुछ भी कोई करता है उसको बदले के लिए करता है निस्वार्थ कोई कुछ भी नहीं करता। @नन्द कुमार
जलनखोर जलि जलि मरें,
उन्नति करें सुजान ।
पर निन्दा रत जो सदा ,
तिन को सूकर जान।।
नन्द कुमार
" चुगलखोर, जलनखोर एवं हरामखोर संसार मेें सबसे अधिक घातक होते है यह
किसी के सगे नहीं होते ।।"
नन्द कुमार
हर किसी को चाह ,
शोहरत की बढ गई है ।
पर मुझे तो शोर से ,
नफरत सी हो गई है ।।
-नन्द कुमार
दुनियां में सबसे खतरनाक प्राणी बुद्धिमान मनुष्य है उससे सदैव सावधान रहें ।
अभिमान अविद्या दोष ,
नशाए ईश्वर है मिल जाता।
इन्हें धार जो शीश झुकाए ,
वह है दुष्ट कहाता ।।
नन्द कुमार
जीवन की यह चलती सांसें ,
न जाने किस पल रुक जाएं।
सत्कर्म करें चल नेक राह ,
जगती को स्वर्ग बनाएं ।।
नन्द कुमार