80 से अधिक हरियाणवीं पुस्तकों का संपादन ओ दो दर्जन हिन्दी पुस्तकों का संपादन तथा 8 स्वरचित पुस्तकों का प्रकाशन हो चुका है।
तेरे होने का अहसास मुझे सुकून भरी ज़िन्दगी देता है तेरे होने का अहसास मुझे सुकून भरी ज़िन्दगी देता है