ईर्ष्या के आग में खुद की शांति न बुझाओ |
हर बच्चों का पहला हीरो और सुपर मैन है पापा |
हर महिला खुद की जिंदगी में शांति रहे या ना रहे ,मगर दूसरों के जिंदगी में शांतता बनाए रखने की कोशिश करती हैं |
चुनलो क्या आप को शांतता चाहिए या चिंता अगर शांति चाहिए तो चिंता करना छोड़ दो |
पृथ्वी ही हमारा पहला घर है और पर्यावरण ही हमारा पहला दोस्त |
माता -पृथ्वी और पिता -सूरज की तरह होते है ,जो जीवन इन दोनों के बिना अधूरा है |
जीवन की इस छोटी सी सफर में हमारे साथ यात्रा करने वाले लोगों के साथ साथ खुशी से प्रवास करते रहो |
सोचने लगती हूं कभी कभी अपने लिए नहीं समाज के लिए जी रही हूं |
सोचने लगती हूं कभी कभी अपने लिए नहीं समाज के लिए जी रही हूं |