आज काल प्रत्येक गोष्टी चे स्पष्टीकरण द्यावे लागते.
*विश्वासाचे* दिवस खरेच इतिहास जमा झालेत.
खुशियाँ कभी तो ढूंढने आयेगी मुझे....
ऐ- ज़िन्दगी,अब तो पता बता दे मेरा ll
क्यु तेरे दर पर खीँच लाते है कदम मेरे l
तुम कौन हो जो मेरी बेचैनी में बसते हो ll
Mk
खूप काही असत बोलायच
पण शब्द अबोल होतात
अबोल पणाच्या वेदना
मग मनात सलत जातात
Mk
गलती से हि सही, कभी तुम भी याद किया करो हमे l
भरी मैफिल में हिचकी देके, शर्म से आँखें झुकानी है हमे ll
कैसे पता पुछूँ इन बैरन हवाओं से तेरा l
ये तुझे छूँ कर ही मुझे जलाने आ जाती हैं ll
मेरी धडकनों पर अब यकी नहीं है मुझे l
तुम अपनी धडकनों में समा लो मुझे ll
तुम् जानते ही क्या हो महोब्बत के बारे में ।
कभी मेरी तन्हाई में आ के देख लेना वहाँ सारा मंजर
तेरे नाम से साँसों लेता हैं।।
मेरे अरमानों को अपने
एहसासों किं चादर में लपेट लो
बड़ी सर्द हवायें चल रही
आज कल बिछड़ने किं ll
मंदा