*विश्वास* विश्वास एक ऐसी जड़ है जिससे सारी भावनाओं की शाखाएं जैसे प्रेम, समर्पण, साथ, सहयोग, संतोष, और ईमानदारी जैसी शाखाओं का जन्म होता है✍️
*नम्रता* जो व्यक्ति अपने व्यव्हार जितना नम्र होता उसके गुणों की खान में उतने ही सद्गुण भरते जाते है। याद रखिए नम्रता धारण करने का अर्थ झुकना कभी नहीं होता🙏
समय समय एक ऐसा पहिया है जिसमें जीवन गतिमान रहता है जिसका अंतिम पड़ाव कहां है कब है कोई नहीं जानता इसलिए समय की कद्र करें
*अवधारणा* मन की अवस्था को जटिल ना बनाएं क्योंकि यही मनस्थिति अवधारणा को जन्म देती है इसलिए अनुकूल सोच विचार रखें
*अनोखे तत्व* सम्मान, प्रेम, आशीर्वाद , सहयोग, अपनापन ये कुछ ऐसे तत्त्व है जिन्हें जितना खर्च किया जाए उतना ही समृद्ध होते जाते है
बहते पानी से एक बात सीखने को मिली कि बहते जाना है अविरल, जो रोके कोई बहता मार्ग तो फूट कर स्वयं अपना मार्ग फिर बनाना है ✍️