जो प्यार में अकड़ कर चलते हैं
उन्हें इंतजार में घुटने के बल आना ही पड़ता है
सोनम केवट
ना आरंभ हो ना अंत हो पाए
प्रेम इतना करो की अनंत हो जाए
तय है ना मुकम्मल होना इश्क उनका
जो सौदेबाजी नहीं किया करते
तू तो चली गई पर कमबख्त!
तेरा गम दिल के कोने में
आज भी अपना घर बनाए बैठा है।
जमीन पर अपनी औकात देखती हूं,
यूं आसमां में उड़ने के ख्वाब सजाना
आसान है क्या?
जमीन पर अपनी औकात देखती हूं,
यूं आसमां में उड़ने के ख्वाब सजाना
आसान है क्या?
आज कल लोग भीड़ में इसलिए खो रहे हैं क्योंकि वो मन की शांति चाहते हैं
चलो जाने दो,
जियो और जीने दो का सार देखें,
और खुद पर ध्यान देते हैं।
उन्हे नहीं सुधार सकते तो क्या,
हम खुद अच्छे रिश्तेदार बन लेते हैं
कभी ज्ञान पर घमंड था
कभी पैसों पर रोब जमाया करता था
वह ऐसा भी वक्त था जिंदगी में
जब मैं खूब कमाया करता था