में एक स्टूडेंट हूं और थोड़ा बहुत कुछ लिख लेता हूं। मैं जो भी लिखता हूं उसमें मेरे गुरु प्रियेश पाल कि किरपा है कहीं खुदको अकेला मेहसूस करता हूं इसलिए बावनाओ को पन्नों पर उतर देता हूं