कुछ सुकूँ के पल कुछ ख्वाहिशें रूहानी,
कुछ यादें अनोखे कुछ अनोखी कहानी,
जिंदगी जीने के लिए और क्या नसीब हो,
जब नश नश में रूमानी तेरी इश्क़ की रवानी!
सोनम@आम्री
रात गुज़र जाएगी यूँ ही तलातुम में,
रात भर का इंतज़ार और गुमसुम मैं,
काफ़िला यादों का जो गुज़रा अँखियों से,
दिल खो गया है तेरी मासूम तबस्सुम में।
सोनम@आम्री