अध्यापिका, लघुकथाकार, रेडियो आर्टिस्ट
Share with friendsमेरे अपने जिसमें सबसे ऊपर मेरे भोले भंडारी फिर मेरे मात पिता मेरा परिवार पति बच्चे और मेरे सभी मित्र ! आप सबका ह्रदय तल से आभार हर दुख सुख में मेरे सहभागी बने मेरा साथ दिया, मेरे साथ चले ! अन्जू खरबंदा
जिन्दगी रफ्ता रफ्ता यूँ ही बीत जाएगी पर हर कदम पर दोस्तों की याद आएगी बिताये उनके साथ जो सुकून भरे पल वो बातें सारी जिन्दगी हमें तड़पाएंगी !
सबसे पहला धन्यवाद मेरे भोले भंडारी को जिन्होंने पल पल मेरा साथ दिया अपना स्नेहिल हाथ मेरे सिर पर रखा अपनी ममता से मुझे सदैव लबरेज रखा!