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ये दरवाजे तक आ के लौट जाना तेरा, नजदीकियां बढ़ाकर फ़ासले दे जाना तेरा; कोई ऐब ऐ किस्मत में मेरी ही होगा, जो ये बेरुखी तेरी और बिखर जाना मेरा |