Preeti Sharma "ASEEM"
Literary General
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परिचय नाम    - प्रीति शर्मा" असीम" (कवयित्री/ लेखिका)  Education    -       M.A.(Economics,Hindi ), B.Ed     work - CSC Balvidyalaya Nalagarh, Himachal Pradesh जन्म  -30/9/1976(पंजाब ) पिता का नाम -श्री प्रेम कुमार शर्मा माता का नाम-श्रीमती शुभ शर्मा पति का नाम-श्रीमान असीम... Read more

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कुछ लोग लोगों को बस बेवकूफ ही बनाते रहे। और कुछ इन्सानियत की खातिर बेवकूफ बन कर भी इन्सानियत का साथ निभाते रहे।

फितरत कुछ लोग अजब सी लाये थे। ऊपर से चेहरों पर चेहरे भी अनगिनत पाये थे। मतलब के लिए जुबाने शहद -सी करके इन्सानियत को जह़र दे आये थे।

एक शून्य हूँ मैं शून्य से ज्यादा कुछ भी नहीं कितना खाली -खाली हूँ एक खोल से ज्यादा कुछ भी नहीं

कितना समझाया....... वो नादान नासमझ निकला। मैं ...... जिंदगी की बात करता रहा। वो..... मौत की तरफ भाग निकला।

तलाश करों... मंजिलें। न जिंदगी को मौत -सा बसर कर। तंग झरोखों से आसमान नापना छोड़ दें। तू अंतरिक्ष के सफर से गुजर कर।

जिंदगी की उठक -पटक कर रहा हूँ। सोच को कभी इस कोने में...... कभी उस कोने में रख रहा हूँ। बैठता हूँ.... तो देखता हूँ..... तो फिर कुछ... जचता ही ....नहीं। पता नहीं..... मैं यह क्यों कर रहा हूँ।

तलाश करों... मंजिलें। न जिंदगी को मौत -सा बसर कर। तंग झरोखों से आसमान नापना छोड़ दें। तू अंतरिक्ष के सफर से गुजर कर।

जिंदगी की उठक -पटक कर रहा हूँ। सोच को कभी इस कोने में...... कभी उस कोने में रख रहा हूँ। बैठता हूँ.... तो देखता हूँ..... तो फिर कुछ... जचता ही ....नहीं। पता नहीं..... मैं यह क्यों कर रहा हूँ।

तलाश करों... मंजिलें। न जिंदगी को मौत -सा बसर कर। तंग झरोखों से आसमान नापना छोड़ दें। तू अंतरिक्ष के सफर से गुजर कर।


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