Founder of 'Soch aur Saaj' | An awarded Poet | A featured Podcaster | Author of 'Be Wild Again' and 'Alfaaz - Chand shabdon ki gahrai'. Rashmi Jain is an explorer by heart who has started on a voyage to self-discover herself by means of her writings. She is here to craft a world of words for... Read more
Share with friendsअज़ब ये संसार की रीत देखो ऊपर वाले का रचित ये खेल देखो कुछ लोग दो वक्त की रोटी पाने को भी तरसते हैं तो कहीं कुछ पकवान से भरी थाली को भी नकारते हैं ©rashmi_rj05
एक अरसा हुआ खुद की खुद से मुलाकात हुए दौड़ता रहा मैं अंजानी परछाइयों के पीछे और वक्त निकल गया आँखे मींचे ©rashmi_rj05
लम्हा लम्हा जीते हैं हर दर्द को सीने से लगाए आगे बढ़ते हैं ऐ ज़िंदगी तू भी क्या रखेगी हर कदम तूझे हम खुद को आज़माने का मौका देतें हैं ©rashmi_rj05