मैं वो इंसान हूं जो खुद को ढूढने में लगा हूँ, उम्र 27 की हो गयी और खुद का चेहरा आईने में धुलधला दिख रहा , रहता हूं तो बहुत से लोगो के बीच मे फिर भी अकेला अपने जमीर को ढूंढता हूँ।🙏
चंद रुपियो ने घंटो गुलाम का बना दिया लोगो ने उसी का पगार दे दिया।। भीष्म
दूसरी माँ को छोड़,पहली माँ की सेवा में आया हूँ मातृभूमि के लिए अपने देश का फौजी आया हूँ