आकर करीब तेरे मैं तो सिमट गया हूं पाकर तुझे वो जानम मैं खिल सा गया हूं सोचता था जब भी तू आ जाती थी सामने लाकर तुझे वो जानम मैं तो बन गया हूं लवविवेक मौर्य उर्फ हेमू
आकर करीब तेरे मैं तो सिमट गया हूं पाकर तुझे वो जानम मैं खिल सा गया हूं सोचता था जब भी तू आ जाती थी सामने लाकर तुझे वो जानम मैं तो बन गया हूं लवविवेक मौर्य उर्फ हेमू
मुझे चाहत ने रोका था मुझे आदत ने रोका था रोका था तेरी दीवानगी ने मुझे तेरी यादों ने रोका था लवविवेक मौर्या उर्फ हेमू
आ पास बैठ जा तुझे कुछ सुना दूं आ गले लग जा तुझे कुछ एहसास करा दूं भिगा दूंगा तुझे अपने प्रेम की बारिश से आ साथ आ तुझे अपना बना लूं लवविवेक मौर्या उर्फ हेमू
उनकी चाहत में हम खिल से गये हैं वो हमें नसीबों से मिल ही गये हैं उनकी खुशियों को कैद कर लिया मुठ्ठी में अब एक-दूजे के दिल मिल से गये हैं लवविवेक मौर्या उर्फ़ हेमू
वो मेरी बराबरी करता है, तो करने दो । उसे रोको मत ,मुझे ही देख कर आगे बढ़ने दो । कल का क्या भरोसा कोई आके कोई तोड़ दे उसे, आज लय में है वो ,तो ओर उसे बहने दो । लवविवेक मौर्या उर्फ़ हेमू
अच्छा है,उसे मैं पसन्द तो हूँ मेरे कपड़े,पहनावा सबसे परे है । अच्छा है, उससे मैं जिन्दा हूँ उसका चेहरा ,दिल मेरे पास धरे हैं। बना के रब ने फरिश्ता उसे ही बना दिया अच्छा है ,उसे अपने गीतों में रखता हूँ मेरा सुर,संगीत उसी से बने हैं । लवविवेक मौर्या उर्फ़ हेमू
सब है तेरे पास मेरा, कुछ भी अब बचा नहीं । उनकी चाहत के अब सब फीका तुझ जैसा कोई दिखा नहीं । लवविवेक मौर्या उर्फ़ हेमू