I'm भारती and I love to read StoryMirror contents.
Share with friendsवो करें चिंता जिंदगी की परेशानियों की, जो बेवजह की उलझनों में लिप्त है। हमें नहीं फिक्र किसी परेशानी की, हम तो भोलेनाथ की भक्ति में तृप्त है।
वो करें चिंता जिंदगी की परेशानियों की, जो बेवजह की उलझनों में लिप्त है। हमें नहीं फिक्र किसी परेशानी की, हम तो भोलेनाथ की भक्ति में तृप्त है।
वो करें चिंता जिंदगी की परेशानियों की, जो बेवजह की उलझनों में लिप्त है। हमें नहीं फिक्र किसी परेशानी की, हम तो भोलेनाथ की भक्ति में तृप्त है।
वो करें चिंता जिंदगी की परेशानियों की, जो बेवजह की उलझनों में लिप्त है। हमें नहीं फिक्र किसी परेशानी की, हम तो भोलेनाथ की भक्ति में तृप्त है।
ढलना है तो पानी की तरह ढलो जो सांचा मिले, उसका आकार हो जाए रंग बदलना है तो चायपत्ती की तरह बदलो कि रंग बदले और स्वाद आ जाए घुलना है, चीनी की तरह घुलो कि घुलते ही मिठास आ जाए बनना है दूध की तरह बनो मिलकर दूसरों में नई खुशबू आ जाए और एक प्याली कड़क चाय बन जाए
मौत का स्वाद चखकर आई है जिंदगी फिर से मरने की तमन्ना साथ लाई है जिंदगी मौत को झुठला दिया तो जग हँसाई है जिंदगी सागर है मौत, नदी की तरह लहराई है जिंदगी
मैं सबल हूँ, मन प्रबल है स्वास्थ्य का मंत्र ये बड़ा सरल है मेरी इच्छाशक्ति के सामने रोग हो या दोष हो सब दुर्बल है मेरा मन सर्वशक्तिमान, मेरा विश्वास अटल है - भानु