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Share with friendsअरे जिंदगी दियी है उन्होंने इनपर क्यूं खर्च करें पहले कमाना तो सीखेंगे बाद में प्यार- व्यार की बातें करें
खरचं सूंदर या आयुष्याचं रहस्य आज कळलं आपल्या मानसानपेक्षा अनमोल जगी काही नाही उरलं म्हणून तिळगुळ घ्या आणि गोड गोड बोला...
जब आता हो हमें हालातों से सुलझना किस्मत की रेखाओं में,हम क्यूं उलझाये हैं दस्तूर-ए-ज़माना,खुद के दम पर कुछ करें खालि हाथ से ना इस दुनिया से जाये
इश्क कहते हो तुम जिसे वो तो अक्सर झूठ का एक नक़ाब है आना जाना तो रहता है दिल का हर हंसी चीज़ पे फिर क्यूं ये रोग पालने का लोगों को शौक है