गुजिया का स्वाद हो, रंगों की बौछार हो। खुशियों की लहर हो, अपनों का प्यार हो।, एक नई उमंग हो, ऐसा ये त्योहार हो। -शोभित भारद्वाज
न था उन्हें किसी का खौफ, न था उन्हें किसी का डर। भारत मां की सेवा में, दिया उन्होंने जीवन भर।। देश की आजादी में, नेताजी,बापू जैसे, अनेक नाम हैं। इस गणतंत्र दिवस, सभी स्वतंत्रता वीरों को, पूरे देश का सलाम है। शोभित भारद्वाज
जीवन में मुश्किलें चलती रहेंगी, लेकिन जीवन बिताइए हंसकर। खुद और दूसरों को खुश रखें इस क्रिसमस पर।। शोभित भारद्वाज
अगर करना है जिन्दगी में, मुश्किलों का समंदर पार। तो मेहनत की ऐसी छलांग लगाओ, जिसे देखती रह जाए हार।। -शोभित भारद्वाज