सही,सोच से मनुष्य फ़रिश्ता बनेगा
सही सोच करो,सही काम करो सही फल मिलेगा ।
सहनता मनुष्य फ़रिश्ता हैं
सहनता मनुष्य में फ़रिश्ते को दर्शाती है
मनुष्य में बढ़ती स्वार्थ विनाश की सूचक हैं
हरेक व्यक्ति को अपना सोच रहेगा स्वीकार करो
ऐसे वाणी बोलिए
किसी को दुख न दे।
शिक्षा मनुष्य को विवेक बनाने की साधन हैं
देश के लिए देश भाषा देश की शान हैं।