"होती होंगी राजा की राजकुमारियां और पापा की परिया,
पर हम तो अपनी जिंदगी के राजा भी खुद और रानी भी खुद ही बनना पसंद करते है, ना गलत से डरते है और ना ही युद्ध भूमि को अंत तक लडे बिना छोड़ते है"
- अलख
મારી જિંદગી આ એક જ સિદ્ધાંત પર ચાલે છે,
" યા તો અકબંધ જીવવું યા તો અંધાધુધ જીવી લેવું"
- અલખ