उदास हो , लेकिन क्यों
मै सिर्फ अपना शरीर लिए जा रहा हूं
रूह वो देखो ,
तुमसे लिपटी पड़ी है
juhi
इस धूप की रोशनी सी है जिम्मेदारियां मेरी ,
इसके सामने ख्वाहिशों का कद खुद बखुद छोटा हो जाता है ।
juhi ✍️
बाते अधूरी ,
राते अधूरी ,
अधूरा ये चांद है
कोई पूरा है अगर इस जहां में
तो वो तेरा मेरा साथ है♥️