Rukhsana Bano Bano
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कुछ लोग ऐसे भी हैं, इस ज़माने में। बहुत कमज़ोर हैं, अपना-पराया रिश्ता निभाने में। फिर भी गर्व है उन्हें, अपनी हैसियत दिखाने में। ®

धन क़ीमती होता है। लेकिन जिनके लिए धन बहुत क़ीमती होता है उनके लिए किसी भी रिश्ते, व्यवहार की कोई क़ीमत नहीं होती है। ®

ज़िन्दगी के सफर में, कहाँ से चले थे हम, और कहाँ आ गये। कभी ग़म के, कभी खुशी के बादल, अनायास ही बरस गये। कल में मुमकिन नहीं था, उसे भूल जाना, आज वो रूबरू आ गये।। ®

आज फिर खुद को हंसाने चला हूँ, रूठे हैं जो, उनको मनाने चला हूँ। उम्मीद, उम्मीद से है ज़्यादा मगर, अधूरे सपने को सजाने चला हूँ। गर्दिश में सितारे हैं तो क्या? अपने बेगाने हैं तो क्या? काँटों में राह बनाने चला हूँ, आज अपनी हस्ती दिखाने चला हूँ।®


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