जब सहना हो दर्द और गमों को हो चखना
तब ही तुम इश्क की गली में पैर रखना
व्यवहार आईना है जिसमे लोग आपका असली चेहरा देख सकते है
आपकी परवरिश दिखाई देती आपके व्यवहार से
मिलेंगे लोग तो सबसे पहले व्यवहार दिखेगा व्यापार
की बारी तो बाद में आएगी
तुम खिल जाओ नई कोपलों के साथ
गिला नहीं
अगली बारी भी तुम्हारी होगी
बरस पड़े दो नैना मोती से बिखर गए हे
कान्हा तेरी मोहब्बत में हम दीवाने रह गए
जादू भरी तेरी बतियाँ
चैन चुराए सारी सारी रतियां
भूल जाना इतना आसान कहा
नाकाम ही रही हमारी हर कोशिश
खुशियां हमें मिले न मिले
हे ईश्वर हम तो खुश हो जाते है अपनों की खुशी में