सुख के समय खड़े रहते है अपने सारे साथ, दुःख के समय चले जाते है स्वयं छुड़ा कर हाथ, -© शिवांकित तिवारी "शिवा"
हमारे दिल में भाईचारे का पैगाम जिंदा है, सभी धर्मों के आदर के लिये सम्मान जिंदा है, हमारे देश की युवा पीढ़ी हो चाहे जितनी आधुनिक, मगर सबके दिलों में सिर्फ "हिंदुस्तान" जिंदा है, -©® शिवांकित तिवारी "शिवा"
गुमां में मत रहो इतना कि हमसा है नहीं कोई, तुम्हारे बाद तुमसे और बेहतर और आयेंगे, ये दुनिया है जहां इंसान मिट्टी का खिलौना है, खिलौना टूटते ही सारे मिट्टी में मिल जायेंगे, -©®शिवांकित तिवारी "शिवा" (युवा कवि एवं लेखक)