माँ को नमन बारम्बार है, उनके चरणों मे शत्-शत् प्रणाम है। आप के कर्ज इतने भारी है, इस धरा पर किसी ने नहीं उतारी है।
सब बातों की एक बात ज़िन्दगी में पैसा ही सब कुछ मायने नहीं रखता। हमने सुकून से कितने पल अपनो के साथ जिया मायने यह रखता है।। Niraj Tripathi
सब बात की एक बात जरूरी नहीं की रोज बाते हो, जरूरी नहीं की रोज मुलाकाते हो। बस हमारे दिलो मे आप धडकती रहो, जब तक रूह मे सांसे हो ।। Niraj Tripathi
सब बातों की एक बात प्रेम को शब्दों में परिभाषित नहीं किया जा सकता है। इसको सिर्फ बेपनाह महसूस किया जा सकता है।।