मेरा नाम अनुगंगवाल है दिल्ली विश्वविद्यालय से एम ए और ट्रांसलेशन कर चुकी हूँ।साहित्य में विशेष रुचि है। विभिन्न पत्र पत्रिकाओं तथा वेबसाइट पर मेरी रचनाए प्रकाशित हो गयी है काव्य समितियों में आमंत्रित कवि गण के रूप में अपनी मौजूदगी दर्ज की है फ्रीलांसर राइटर, एडिटर, प्रूफरीडर तथा ट्रांसलेटर का... Read more
Share with friendsहँस कर मिल लेते है सबसे मगर अब , किसी की खातिर दिल बेक़रार नही होता है मुश्किल वक्त देख लिया है इन आँखों ने खुद से ज्यादा किसी का एतबार नही होता है! ~Anu Gangwal
उठो नारी आगे बढ़ो समाज के बंधनों में बंध कर मत रहो गलत को गलत सही को सही कहने का साहस करो आसमान में उड़ो आगे बढ़ो। ©अनुगंगवाल
जैसे हर घटना का नाता उसमे घटित लोगो और संसार मे व्याप्त हर एक प्राणी का है वैसा ही नाता मेरा तुमसे और हर उस क्षण से है जिस पल मैंने तुमसे प्रेम किया था ©anugangwal
जितना लूट सकते हों लूट लो इन किताबों में इतना ख़ज़ाना है ये ताउम्र तुम्हे गरीब नही होने देगा। ©anugangwal
जितना लूट सकते हों लूट लो इन किताबों में इतना ख़ज़ाना है ये ताउम्र तुम्हे गरीब नही होने देगा। ©anugangwal