तुझसे ही मेरी खुशी है और तुझसे ही मेरा मौन
गर तू ही नहीं समझेगा मुझे तो फिर समझेगा मुझे कौन।।
मुसकान झूठी हो तो भी सुकून देने वाली होती है।।
ऐ दोस्त कया कहूं तुझे
ख्वाब कहूँ तो बिखर जाएगा
दिल कहूँ तो टूट जाएगा
तेरा नाम जिंदगी रख दूं
मौत से पहले तो तेरा साथ ना छूट पाएगा।।