ए ये दुनियां इतनी दर्द तू ना दे मुझे कि हम लड़ते लड़ते हार जाएंगे.... वक़्त का पहिया हैं चल रहा हमारा वक़्त कब आएंगे.... -yogita sahu
गलती पर साथ छोड़ने वाले तो बहुत मिलते हैं , लेकिन समझा कर साथ चलने वाले, बहुत कम मिलते हैं। -yogita sahu
किसान आन्दोलन जो नहीं जान सका धान की कीमत वो जान की कीमत क्या जान पायेगा.. ए ये दुनियां मुझे बता किसानों को इंसाफ कोन दिलायेगा ?? जान ना सका मजदूरों की मेहनत वो खुद की मेहनत क्या जान पायेगा.. ए ये दुनियां मुझे बता किसानों को उनका हक कोन दिलायेगा ?? जिसकी बदौलत से ये दुनियां आज हैं चल रहा उस गरीब मजदूर को भोजन कोन खिलायेगा.. ए ये दुनियां मुझे बता वो किसानों का परिवार कोन चलायेग