Ram Naresh
Literary Colonel
25
Posts
1
Followers
2
Following

None

Share with friends

हम लुटाते रहे वो लूटते रहे , वो खिलाते रहे हम खेलते रहे । कोई समझ ना सका उनके फरेब को, वो फेंकते रहे सब लपेटते रहे ।।

कोरे कागज के पन्नों पर एक राज़ लिख रहा हूं, अपने टूटे हुए ख़्वाबों की किताब लिख रहा हूं। सुना है तुझे पढ़ने का शौक है तो पढ़ जरूर लेना, मैं तेरे दिए हुए हर दर्द का हिसाब लिख रहा हूं।।

भारत के नक्शे पर ये जो हरा निशान है , इसका कारण कोई और नहीं किसान है। तुम से ना मिटेगी इसकी हस्ती सियासत दारों, क्यूंकि ये भारत माता की पहचान है ।

मोहब्बत के दिन मोहब्बत कुछ इस कदर कर गए, महबूब - ए वतन की मोहब्बत में हद से गुजर गए। और जब हम सब लड़ाते रहे इश्क हसीनाओं से, वो मां भारती के आंचल में ओढ़कर कफ़न सो गए ।। पुलवामा शहीदों को शत शत नमन

अगर इश्क है तो चलो इश्क किया जाए , नीरस सी जिंदगी में कोई तो रस भरा जाए । कुछ वादा तुम करो कुछ वादा हम करें, चलो खुद को एक दूसरे के करीब किया जाए।। Promise day

लोग दिलों के रिश्ते को पल भर में तोड़ जाते हैं, टेडी समझकर ही शायद दिलों से खेल जाते हैं ।

है जो रिश्ता दिलों का उसे टूटने मत देना, साथ हमारा तुम्हारा कभी छूटने मत देना टेडी की जगह हम दिल ही दे रहे तुम्हे , सम्हाल कर खेलना बस टूटने मत देना ।।

इश्क

चॉकलेट से ही तुम्हारी सुबह और चॉकलेट से ही शाम होगी । तुम्हें पसन्द है चॉकलेट तो अब पूरी दुकान ही तुम्हारे नाम होगी।


Feed

Library

Write

Notification
Profile