कभी कभी ज़िंदगी बहुत कुछ सीखा देती है.
Share with friendsचलो जो हुआ ठीक था. मेरी किस्मत को यही मंजूर था. तैरना तो आ गया था मुझे. बस तेरे प्यार के इक समंदर में युं ही डूबते गये. 'उपासना'
आज भी वो गली सूनी है, जहाँ हम दोनों ने रास्ते तय किये थे। तुम आज भी उतने ही दूर हो मुझसे. जैसे दिल मे रहकर भी तुम दूर से लगते हो। "आकांक्षा"
मेरा प्यार इतना भी कमजोर नही की । बदलते वक्त को देखकर मैं बदल दूँ अपने रास्ते। हाँ तुझ तक जो रास्ता जाता है मुश्किल है मगर। लेकिन जहाँ बात सच्चे प्यार की होती है। तो मिलने वाले राह बना ही लेते हैं मंजिल तक जाने के लिए। 'उपासना'
अगर तेरे साथ जीने का हक न मिला मुझे! तो ये वादा है तुझसे तेरी ये सांसे तुझे वापिस कर दूंगी। हाँ ये ज़िन्दगी भी तेरी मैं भी तेरी! जब सब कुछ तेरा ही है मुझमे । तो मैं हूं ही कहाँ खुद में बाकी। 'उपासना'